आपदा किसी के भी जीवन में कभी भी आ सकती है। अक्सर गरीब और मजबूर लोग ही आपदाओं के भुक्तभोगी होते हैं। इसी आपदा को कई लोग अवसर में बदल देते हैं और कई लोग इसमें अपना बहुत कुछ खो देते हैं। परपीड़ा हर आपदा में दूसरों की सेवा का अवसर ढूंढती है। जन सहयोग से यह संस्थान बाढ़, गरीबी और अन्य आपदाओं में गरीब और पीड़ित परिवारों का भरपूर सहयोग करती है। इस संस्थान के सदस्य बाढ़ के समय पीड़ित लोगों में राहत सामग्री का वितरण करते हैं तो कभी गरीब लोगों की बस्ती में बच्चों के लिए कपडे और जूते भी वितरित करते हैं। कोरोना काल में भी लॉकडाउन के दौरान इस संस्थान द्वारा हजारों लोगों तक खाने का पैकेट पहुंचाया गया था। इनके अलावा यह संस्थान उन घरों में भी राशन प्रदाय करते हैं जिनके घर के मुखिया का देहांत हो गया हो, और वे इन सभी में त्यौहार के समय त्यौहारी के रूप में कुछ राशि भी देते हैं ताकि उनका त्यौहार भी खुशियों भरा हो।