सफलता की कहानियां


परपीड़ा हर वेलफेयर सोसायटी समिति के संस्थापक राधेश्याम साबू के मुताबिक़ जनसेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है, मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है और दूसरों की पीड़ा हरने से बड़ा कोई कर्म नहीं है। अच्छे कर्मों का फल भी मीठा ही होता है और इस समिति को अक्षम लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने हेतु मिला सम्मान ही हमारी सफलता को बयां करता है।

हार्ट ऑपरेशन

सम्मान

रक्तदान शिविर

हम सामाजिक उत्तरदायित्व भी निभाते हैं इसलिए तो हम ‘परपीड़ा हर’ कहलाते हैं

दूसरों का जीवन भी है अनमोल दानवीरों ने समझा इसका मोल

गरीबों की पीड़ा हरने का साधन उनके लिए आर्थिक सहायता का एक माध्यम

रोटी, कपड़ा और मकान गरीबों को देते हैं उनका स्वाभिमान