जब कोई बीमार होता है, तो वह शारीरिक रूप से भीषण कष्ट में होता ही है , परन्तु, उनके परिजन को मानसिक एवं अIर्थिक बोझ के कारण कैसी कैसी मजबूरियां आती है इसके कुछ उदहारण :-
नागदा जंक्शन के पास कालू खेड़ी के एक व्यक्ति की बीमार बहन भर्ती थी । जिस बीमारी से वो पीड़ित थी उसका इलाज बहुत महँगा था । ₹ 7,000 के एक इंजेक्शन वाले उसे कुल 20 लगने थे ।हमने उससे कहा की तुम 4 इंजेक्शन की व्यवस्था करो । तब तक हम कोशिश करेंगे 28000 ₹ के चार इंजेक्शन लगने के बाद जब हम उसे सहयोग देने गए तो पूछ लिया के कैसे लाये ये 4 इंजेक्शन ? जवान भाई बहन के सामने फूट कर रोते हुए बताने लगा के बहन को मामा ने एक भैस दी थी । उसे गिरवी रख इंजेक्शन लाया इसका मुझे काफी दुःख है । यह बात सोशल मीडिया में आते ही एक दान दाता जो संभवत यही उपस्थित है उन्होंने ना केवल उसकी बहन के बाकि इंजेक्शंन का इंतज़ाम किया । वरन बहन के ठीक होने के बाद उन्होंने अपनी गाड़ी में हमे भेजकर उसकी गिरवी भैस भी छुड़वाकर उसे दिलवाई ।